Azim Premji: एक प्रेरणादायक उद्यमी:
आज हम आपको एक ऐसे व्यक्ति के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने अपने विचारों और कर्मों से दुनिया में एक अलग पहचान बनाई है – आजीम प्रेमजी। ये भारत के एक प्रमुख उद्योगपति हैं और एक उदार धर्मार्थी होने के साथ-साथ एक प्रेरणा स्रोत भी हैं। उनकी धार्मिकता, सामाजिक जिम्मेदारियों के प्रति जागरूकता और सदा से बढ़ते हुए परोपकार के कार्यों ने उन्हें देश और विदेशों में प्रसिद्धि दिलाई है।
आजीम प्रेमजी के परिवार का उद्योगिक संघ विप्रो लिमिटेड ने भारत की अर्थव्यवस्था में अहम योगदान दिया है। उन्होंने अपने पिता मोहम्मद हाशमीखानु वोहरा जी के सपनों को साकार किया और एक छोटे से धागे को सफल व्यापारिक सम्राट बना दिया।
आजीम प्रेमजी अपने धर्मिक मूल्यों के प्रति अटूट समर्पण रखते हैं और इसी भावना से उन्होंने विभिन्न धार्मिक संस्थानों के लिए विशाल धार्मिक स्थलों के निर्माण का भी योगदान दिया है। उनके आरामभिक वर्षों में, वह अपने धर्मगुरु से इंस्पायर होकर बड़े धार्मिक कार्यों में सक्रिय रहे, जिनमें रस्तों पर पानी प्रदान करना, निराधार लोगों को खाने-पीने की सुविधा उपलब्ध करवाना और विभिन्न संस्थानों का निर्माण शामिल था।
अजीम प्रेमजी भारत के सबसे सफल उद्यमियों में से एक हैं. वे विप्रो के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक हैं, जो भारत की सबसे बड़ी आईटी कंपनियों में से एक है. प्रेमजी का जन्म 24 जुलाई 1945 को मुंबई में हुआ था. उन्होंने 1966 में IIT बॉम्बे से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की और फिर 1970 में स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से MBA की पढ़ाई पूरी की.
प्रेमजी ने 1977 में विप्रो में शामिल हुए और 1981 में वे कंपनी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक बने. प्रेमजी के नेतृत्व में विप्रो ने आईटी क्षेत्र में उल्लेखनीय सफलता हासिल की और आज यह दुनिया की सबसे बड़ी आईटी कंपनियों में से एक है.
Azim Premji Networth:
अजीम प्रेमजी की कुल संपत्ति (नेट वर्थ) 2023 में लगभग 9.1 बिलियन डॉलर है। उन्हें फोर्ब्स द्वारा भारत के सबसे अमीर व्यक्ति और दुनिया के 45वें सबसे अमीर व्यक्ति के रूप में स्थान दिया गया है। प्रेमजी की कुल संपत्ति का मुख्य स्रोत उनकी आईटी कंपनी Wipro है, जो भारत की सबसे बड़ी आईटी कंपनियों में से एक है। उन्होंने विप्रो के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक के रूप में कार्य किया, जब तक उन्होंने 2019 में पद से इस्तीफा नहीं दे दिया।
प्रेमजी एक सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं और वे कई गैर-सरकारी संगठनों के अध्यक्ष हैं. वे अपने जीवन में कई उपलब्धियां हासिल कर चुके हैं, जिनमें शामिल हैं:
- पद्म विभूषण (2000)
- पद्म भूषण (2011)
- अशोक चक्र (2005)
- रतन टाटा लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड (2014)
प्रेमजी एक प्रेरणादशक व्यक्ति हैं और उन्होंने अपने जीवन में कई लोगों को प्रेरित किया है. वे एक महान उद्यमी और एक महान इंसान हैं.
अजीम प्रेमजी के बारे में कुछ रोचक तथ्य:
- अजीम प्रेमजी के पिता मोहम्मद हशम प्रेमजी विप्रो के संस्थापक थे.
- अजीम प्रेमजी ने 1977 में विप्रो में शामिल हुए और 1981 में वे कंपनी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक बने.
- प्रेमजी के नेतृत्व में Wipro आईटी क्षेत्र में उल्लेखनीय सफलता हासिल की और आज यह दुनिया की सबसे बड़ी आईटी कंपनियों में से एक है.
- प्रेमजी को भारत के सबसे सम्मानित व्यक्तियों में से एक माना जाता है.
- उन्हें 2000 में पद्म विभूषण और 2011 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया है.
- प्रेमजी एक सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं और वे कई गैर-सरकारी संगठनों के अध्यक्ष हैं.
- प्रेमजी भारत के उद्योग जगत के एक दिग्गज हैं. वे एक प्रेरणादशक व्यक्ति हैं और उन्होंने अपने जीवन में कई उपलब्धियां हासिल की हैं.
प्रेमजी भारत के लिए एक गौरव हैं और वे आने वाले वर्षों में भी भारत के उद्योग जगत को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.
Azim Premji के कुछ प्रेरक विचार
- सफलता का कोई रहस्य नहीं है। यह कड़ी मेहनत, समर्पण और कभी हार नहीं मानने की इच्छा है।”
- “मैं हमेशा लोगों को प्रेरित करने की कोशिश करता हूं कि वे अपने सपनों को पूरा करें।”
- “मैं मानता हूं कि हर किसी के पास कुछ करने की क्षमता है। बस आपको अपनी क्षमताओं का पता लगाना और उनका उपयोग करना है।”
- “मैं हमेशा दूसरों की मदद करने की कोशिश करता हूं। मैं मानता हूं कि यह हमारे कर्तव्य में से एक है।”
अजीम प्रेमजी एक महान व्यक्ति हैं और उन्होंने अपने जीवन में कई लोगों को प्रेरित किया है. वे एक महान उद्यमी और एक महान इंसान हैं. उनके विचार और काम हमें प्रेरित करते हैं और हमें अपने जीवन में बेहतर करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं.
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